सोचता हूं.... सोचता हूं, तुम्हे जाते वक्त क्या दूं, तुम्हारा मेरे जीवन में क्षणिक भर आना, सुखद रहा... सुखद रहा तुम्हारे होने का एहसास, कभी रात के पहर में उठकर लिखता हूं, 28 फ़रवरी शेयर करें
उससे प्यार है तो है : अजनबी अर्ज़ है.... जुदा होकर भी उसका इंतज़ार है, तो है ... उस ज़ालिम से, आज भी प्यार है, तो है..... ख़बर है मुझे, उसकी नज़रअंदाज़ी का, मगर उसे देखने को, दिल बे 15 जनवरी शेयर करें
#monologue मै और मेरी तनहाई : सावन ये पहली दफा नहीं है जब तुम हमें छोड़ के जा रही हो इससे पहले भी बहुत लोगो ने मेरा साथ छोडा है क्योंकि मुझे पता है मै परफैक्ट नहीं हूँ, मै जैसा हूँ वैस 23 नवंबर शेयर करें
#इश्क़, #कविता जिसे छोड़ के जाना था उसे मनाऊ कैसे : सावन तुम्हे, अपने दिल का हाल बताऊं कैसे जिसे छोड के जाना था उसे मनाऊ कैसे हममें दिखाता कभी उनको अपना प्यार आज जो हममे दिख रहा उनको बेवफा इस शक को उनके जेहन स 11 अक्तूबर शेयर करें
#कविता, #नज़्म जब बात उठेगी तो दूर तक जायेगी : सावन जब बात उठेगी तो दूर तक जायेगी अभी हम है जद मे इसके और, और भी है जिनकें तक आँच जायेंगी हमने जमाने भर से अदावत मोल ली है हमें ये और क्या दर्द पहुँचायेंगी 06 अक्तूबर शेयर करें
#इश्क़, #कविता चलो अपनी कहानी तुम्हें थोडा सुनाया जाय : सावन चलों अपनी कहानी तुम्हे थोडा सुनाया जाय ये इश्क़ का इल्म थोडा तुम्हे भी कराया जाय ये इश्क़ मुहब्बत की जाती नहीं बस हो जाती है जरूरी है की इससे थोडा खुद क 17 सितंबर शेयर करें